शुक्रवार, 20 दिसंबर 2024

भारत के महान गणितज्ञ रामानुजन का जीवन परिचय – Ramanujan Ka Jivan Parichay in hindi

 श्रीनिवास रामानुजन कौन थे ?

श्रीनिवास रामानुजन का जन्म २२ दिसंबर १८८७ को तमिलनाडु का एक शहर इरोड में हुआ था | उनके पिता का  नाम श्री कुप्पूस्वामी श्रीनिवास आयंगर था | ये एक साडी के दूकान में क्लर्क का काम करते थे | उनकी माता का नाम श्रीमती कोमलताम्मा एक गृहणी थी | 

रामानुजन ने किसकी खोज की ?

रामानुजन को गणित का जादूगर कहा जाता है | रामानुजन ने नकली थीटा फंक्शन की खोज की थी | यह खोज अपने जीवन के अंतिम वर्षो में की थी | रामानुजन को गणित से बहुत लगाव था | 

रामानुजन की मृत्यु कैसे हुई ?

रामानुजन की मृत्यु काफी कम उम्र में ही हो गयी थी | इनकी मृत्यु ३२ वर्ष की उम्र में तपेदिक के कारण हो गयी थी 

रामानुजन की गणित में क्या योगदान है ?

रामानुजन का गणित में बहुत बड़ा योगदान है | उनोहोने कुछ प्रमुख योगदान दिए जो निम्नलिखित है -

  1. अनंत श्रृंखला और सतत भिन्न 
  2. रामानुजन - हार्डी संख्या 
  3. नकली थीटा फंक्शन 
  4. रामानुजन प्राइम और टाऊ फंक्शन  
  5. कलन  में प्रमेय
  6. आदि  में इनका योगदान काफी महत्वपूर्ण है 


गुरुवार, 19 सितंबर 2024

ज़मानत क्या है, नियमित जमानत, अंतरिम ज़मानत, अग्रिम ज़मानत, वैधानिक ज़मानत

 ज़मानत क्या है : जमानत को अंग्रेजी में bail कहते है | BNSS की धारा 2 के तगत जमानत का अर्थ है किसी अपराध के आरोपी या संदिग्ध व्यक्ति को किसी अधिकारी या न्यायालय द्वारा बॉन्ड या जमानत बॉन्ड के आधार पैर लगाई गयी कुछ शर्तो पैर कानून की हिरासत से रिहा करना | 


ज़मानत के प्रकार 

जमानत मुख्यतयः 4 प्रकार की होती है :

  1. Regular Bail 
  2. Interim Bail 
  3. Anticipatory Bail 
  4. Statutory Bail
  Regular Bail : Regular Bail को हिंदी में नियमित जमानत भी कहते है | यह अक्सर ऐसे व्यक्त को दी जाती है जिसे पहले पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया हो और फिर हिरासत में लिया गया हो | 

इस जमानत का मतलव है मुक़दमे में उसकी उपस्तिथि सुनिश्चित करने के लिए जेल से आरोपी की रिहाई | 

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Interim Bail : Interim Bail को हिंदी में अंतरिम ज़मानत भी कहते है | अंतरिम जमानत एक छोटी अवधि के लिए दी जाने वाली जमानत होती है | नियमित या अग्रिम जमानत के लिए सुनवाई से पहले किसी आरोपी को अंतरिम जमानत दी जाती है | 

Anticipatory Bail : Anticipatory Bail को हिंदी में अग्रिम ज़मानत भी कहते है | अगर किसी व्यक्ति को संदेह है की उसे गैर जमानती अपराध के लिए गिरफ्तार किया जा सकता है तो वह अग्रिम जमानत के लिए याचिका दायर कर सकता है | 

Statutory Bail : Statutory Bail को हिंदी में वैधानिक ज़मानत कहते है | वैधानिक जमानत को डिफ़ॉल्ट ज़मानत के रूप में भी जाना जाता है | 

यह जमानत तब दी जाती है जब पुलिस या जाँच एजेंसी एक निश्चित समय सीमा के भीतर अपनी रिपोर्ट / शिकायत दर्ज करने में विफल रहती है | 

मंगलवार, 10 सितंबर 2024

Union, Federal Aur Confederal किसे कहते हैं ? विस्तार से समझे |

आप लोगो ने अक्सर यूनियन ,फ़ेडरल और कनफेडेरल के बारे में सुना या पढ़ा होगा ,लेकिन क्या आपको इनका मतलब पता है अगर नहीं पता है तो इस पोस्ट को अंत तक जरूर पढ़िए आपको इनका मतलब जरूर समझ में आ जाएगा | 

  Union : यूनियन का हिंदी अर्थ होता है संघ | यूनियन में कई छोटे छोटे राज्यों से  मिलकर एक देश बनता है | जो राज्य एक बार यूनियन में शामिल हो गया वह कभी भी उस देश से अलग नहीं हो सकता है |  उदाहरण : जैसे भारत में जितने भी राज्य शामिल है वह राज्य भारत से कभी भी अलग नहीं हो सकते है | यूनियन में सबसे ज्यादा शक्ति केंद्र  होती है , राज्यों के पास सीमित शक्ति होती है | 


federal : फ़ेडरल का हिंदी अर्थ संघ ही होता है | फ़ेडरल में कई छोटे छोटे राज्य मिलकर एक समझौता करके  एक देश बनाते है | कोई भी राज्य फ़ेडरल से कभी भी अलग हो सकता है ,अलग होने के लिए उसे समझौता को तोडना पड़ता है |फ़ेडरल में अधिकत्तर शक्तिया राज्यों के पास होती है |  उदाहरण : जैसे अमेरिका में 50  मिलकर एक देश का निर्माण किये है वह राज्य अमेरिका से कभी भी अलग हो सकते है  | 

Confederal : कनफेडेरल में कई देश मिलकर एक देश बनाते है और कभी भी उस देश से अलग हो सकते है | यहाँ एक चीज ध्यान देना की फ़ेडरल में राज्य मिलकर देश का निर्माण करते थे और कनफेडेरल में छोटे छोटे देश मिलकर एक देश का निर्माण करते है | 

शनिवार, 7 सितंबर 2024

Lawyer, Advocate aur Barrister kise kahte hai ?

  आपने अक्सर ये नाम सुने होंगे लॉयर ,एडवोकेट और बैरिस्टर |  पर  क्या आपको इन नामो का मतलब पता है अगर नहीं पता है तो हम आपको इस लेख में बताएंगे | आप इस लेख को पूरा जरूर पढ़े | 

   लॉयर किसे कहते है ?

जब कोई लॉ की डिग्री प्राप्त कर लेता है और वह लॉ के बारे में जानकारी रखता है तो उसे लॉयर कहते है | 

लॉयर किसी को भी क़ानूनी सलाह दे सकता है | लॉयर कानून का जानकार होता है | 

  एडवोकेट किसे कहते है ? 

 जब कोई भी लॉ की डिग्री प्राप्त कर लेता है और वह बार कौंसिल ऑफ़ इंडिया की परीक्षा पास कर लेता है तो वह कोर्ट में केस लड़ने के लिए अधिकृत हो जाता है | अधिवक्ता को पहले अपने सीनियर वकील के अंदर रहकर प्रैक्टिस  करना होता है | जब वह प्रैक्टिस कर लेता है तो वह किसी का भी केस लड़ सकता है ||  

  बैरिस्टर किसे कहते है ?

  जब कोई लंदन की यूनिवर्सिटी से लॉ की पढाई करता है और लॉ की डिग्री प्राप्त करता है तो उसे बैरिस्टर कहते है | 

जैसे महात्मा गाँधी को बैरिस्टर कहा जाता है , महात्मा गाँधी जी लॉ की पढाई करने के लिए लंदन गए थे |